NSE में हुई प्रशासनिक चूक पर सरकार की नजर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा
NSE में हुई प्रशासनिक चूक पर सरकार की नजर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा
नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा है कि सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या बाजार नियामक SEBI ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में संदिग्ध लेनदेन मामले में समुचित कार्रवाई की है. उन्होंने यह बात इकोनॉमिक टाइम्स समाचार पत्र को दिए गए इंटरव्यू में कही. यह बयान इस लिहाज से अहम है क्योंकि NSE मामले में यह केंद्र की ओर से पहला आधिकारिक बयान है.
मामले से जुड़ी खास बातें
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वित्त मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि NSE मामला अपारदर्शी और विवेक के दायरे से परे फैसले लेने का अपने आप में अनोखा उदाहरण है.
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न्यूज एजेंसी रायटर्स ने सूत्र के हवाले से बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों ने इस मामले में एनएसई की की पूर्व CEO चित्रा रामकृष्ण और उनके तब के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम से मामले में पूछताछ की है.
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अधिकारियों ने मामले से जुड़े डॉक्युमेट एकत्रित करने के लिए SEBI कार्यालय का भी दौरा किया.
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दरअसल, सीबीआई वर्ष 2018 के एक मामले की जांच कर रही है जिसमें आरोप है कि NSE ने कुछ रसूखदार व्यापारियों को ट्रेडिंग में अनुचित फायदा पहुंचाया.
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चित्रा रामकृष्ण उस वक्त सुर्खियों में रही थीं, जब बाजार नियामक सेबी ने हाल में एक आदेश जारी किया था, जिसके मुताबिक एनएसई की पूर्व एमडी (चित्रा रामकृष्ण ने) ने एक योगी के प्रभाव में आकर आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया.
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सेबी के 11 फरवरी के आदेश में कहा गया है कि पूर्व सीइओ (चित्रा रामकृष्ण) ने मनमानीपूर्ण तरीके से आनंद सुब्रमण्यम को अपना एडवाइजर नियुक्त यिा जबकि उनके पास इससे संबंधित अनुभव नहीं था.
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चित्रा रामकृष्ण वर्ष 2013 से 2016 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर थीं, बाद में उन्होंने निजी कारणों से पद छोड़ दिया था.
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भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने रामकृष्ण और अन्य पर सुब्रमण्यम की मुख्य रणनीतिक सलाहकार के तौर पर नियुक्ति और फिर समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के सलाहकार के तौर पर उनकी पुन: नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था.
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सेबी ने रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये, एनएसई और उसके पूर्व प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि नारायण और सुब्रमण्यम पर दो-दो करोड़ रुपये तथा मुख्य नियामक अधिकारी वी आर नरसिम्हन पर छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया था.
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आयकर विभाग ने पिछले सप्ताह चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ कर चोरी के मामले की जांच के तहत मुंबई और चेन्नई स्थित उनके परिसरों पर छापे मारे थे. इस कार्रवाई का मकसद दोनों लोगों के खिलाफ कर चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करना तथा साक्ष्य जुटाना था.संदेह जताया गया था कि उन्होंने एक्सचेंज की गोपनीय जानकारी संभवत: तीसरे पक्षों के साथ साझा कर अवैध वित्तीय लाभ हासिल किये होंगे.